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Ambedkari Deep Monthly Magazine

अंबेडकरी विचारधारा को समर्पित पंजाबी मासिक पत्रिका "अंबेडकरी दीप" के मई 2020 के अंक का टाईटल और बाकी रंगदार पेज। ਲਾੱਕਡਾਊਨ ਕਾਰਨ ਪ੍ਰੈਸਾਂ ਬੰਦ ਹਨ। ਇਸ ਲਈ ਇਸ ਮਹੀਨੇ ਦਾ ਅੰਬੇਡਕਰੀ ਦੀਪ ਵੀ ਛਪ ਨਹੀਂ ਸਕਿਆ। ਪਰ ਵਿਹਲੇ ਰਹਿਣ ਦੀ ਬਜਾਏ ਇਹ ਅੰਕ ਤਿਆਰ ਕਰਕੇ ਪੀਡੀਐਫ ਫਾਈਲ ਬਣਾ ਲਈ ਹੈ। ਪਾਠਕ ਇਸ ਵਾਰ ਵੀ ਪੀਡੀਐਫ ਨਾਲ ਹੀ ਕੰਮ ਚਲਾਉਣ। ਜੇ ਲਾੱਕਡਾਊਨ ਖੁੱਲ੍ਹ ਗਿਆ ਤਾਂ ਅਗਲਾ ਅੰਕ ਜ਼ਰੂਰ ਛਪੇਗਾ। ਰੁਕਾਵਟ ਲਈ ਖੇਦ ਹੈ। ਜੇਕਰ ਕਿਸੇ ਭਰਾ ਨੇ ਮੈਗਜ਼ੀਨ ਲਗਵਾਉਣਾ ਹੈ ਤਾਂ ਸਾਲਾਨਾ ਚੰਦਾ 250 ਰੁਪਏ ਹੈ। ਇਹ ਚੰਦਾ ਤੁਸੀਂ ਦਸਤੀ ਜਮ੍ਹਾਂ ਕਰਵਾ ਸਕਦੇ ਹੋ ਜਾਂ ਓਬੀਸੀ ਬੈਂਕ ਸ਼ੇਰਪੁਰ ਦੇ ਖਾਤਾ ਨੰਬਰ 13432151001393, (IFSC Code ORBC 0101343) ਜਾਂ ਸਟੇਟ ਬੈਂਕ ਆਫ ਇੰਡੀਆ ਦੇ ਖਾਤਾ ਨੰਬਰ 55143488520 (IFSC Code 0050967) ਵਿੱਚ ਜਮ੍ਹਾਂ ਕਰਵਾ ਸਕਦੇ ਹੋ। ਚੰਦਾ ਜਮ੍ਹਾਂ ਕਰਵਾ ਕੇ ਫੋਨ ਰਾਹੀਂ 98783-83053 'ਤੇ ਸੂਚਿਤ ਕਰ ਦੇਣਾ। ਚੰਦੇ ਦੀ ਰਾਸ਼ੀ ਹੇਠ ਲਿਖੇ ਪਤੇ 'ਤੇ ਮਨੀ ਆਰਡਰ ਰਾਹੀਂ ਵੀ ਭੇਜ ਸਕਦੇ ਹੋ। ਦਰਸ਼ਨ ਸਿੰਘ ਬਾਜਵਾ ਪਿੰਡ ਤੇ ਡਾ. ਸ਼ੇਰਪੁਰ ਥਾਣਾ ਜ਼ਿਲ੍ਹਾ ਸੰਗਰੂਰ - 148025           ਦੂਸਰੀ ਬੇਨਤੀ ਹੈ ਕਿ ਅੰਬੇਡਕਰੀ ਦੀਪ ਨੂੰ ਪ੍ਰਕਾਸ਼ਿਤ ਕਰਨਾ ਸਾਡੇ ਲਈ ਕਮਾਈ ਕਰਨ ਦਾ ਸਾਧਨ ਨਹੀਂ ਬਲਕਿ ਬਾਬਾ ਸਾਹਿਬ ਦੇ ਮਿਸ਼ਨ ਦਾ ਇੱਕ ਹਿੱਸਾ ਹੈ। ਇਸ ਲਈ ਅਸੀ...

History in 30 April

. . . . . . . . . इतिहास में 30 अप्रैल . . . . . . . . . . - - - - - - -*-*-*-*-*-*-*-*-*-*-*-* - - - - - - - - - आज के दिन यानि 30 अप्रैल 1030 को गजनी के सुलतान महमूद गजनवी का निधन हुआ था। महमूद गजनवी ने 971 से 1030 AD तक शासन किया। वह सुबक्त्गीन का पुत्र था। भारत की  धन-संपत्ति से आकर्षित होकर, गजनवी ने भारत पर 17 बार आक्रमण किया। उसके आक्रमण का मुख्य मकसद भारत की संपत्ति को लूटना था। साल 1026 में महमूद गजनवी ने सोमनाथ मंदिर को नष्ट कर दिया था। अरब यात्री अल-बरुनी ने अपने यात्रा वृतान्त में लिखा है कि गजनवी ने करीब 5 हजार साथियों के साथ इस मंदिर पर हमला किया था। इस हमले में गजनवी ने मंदिर की संपत्ति लूटी और हमले में हजारों लोग भी मारे गए थे। कहा जाता है कि लाखों यात्री हर वर्ष इस मंदिर के दर्शन करने के लिए इकट्ठा होते थे। यहां सैंकड़ों देवदासियां रखी हुई थीं। इस मंदिर की लूट से महमूद गजनवी को लगभग दो करोड़ दीनार प्राप्त हुए। इसके अलावा महमूद गजनवी के बारे में Mr Yadunandan Lal Lodhi का लिखा हुआ एक आर्टिकल प्रस्तुत करता हूँ। उम्मीद है आपको अच्छा लगेगा। महमूद गजनवी ने...

News Update

बोया पेड़ बबूल का तो आम कहाँ से होये। आर एस एस ने भारत में नफरत की जो फसल बोई है उससे भारत के भाईचारे को तो नुकसान हुआ ही है, विदेशों में बिजनेस कर रहे लोगों को भी नुकसान हुआ है। यह एक खबर आई है दुबई की। वहां उद्योगपति बी.आर.शेट्टी की सभी कंपनियों को बलैक लिस्ट में डालकर उनके सभी खाते इसलिए सीज कर दिये क्योंकि उनका संबंध आर एस एस से था।

History in 29 April

. . . . . . . . . इतिहास में 29 अप्रैल . . . . . . . . . . - - - - - - -*-*-*-*-*-*-*-*-*-*-*-* - - - - - - - - - आज के दिन यानि 29 अप्रैल 1638 को दिल्ली में लाल किले की नींव रखी गयी। ऐतिहासिक दृष्टि से महत्वपूर्ण लाल किले का निर्माण शाहजहां ने करवाया था। लाल किले के निर्माण में करीब 10 साल (1638-1648) का वक्त लगा। तब उसका नाम किला-ए-मुबारक था। लाल रंग के बलूआ पत्थर से बने होने के कारण इसका नाम लाल किला पड़ा। इसके अंदर मौजूद दीवान-ए-आम, दीवान-ए-खास, रंग महल, खास महल, हमाम, नौबतखाना, हीरा महल और शाही बुर्ज यादगार इमारतें हैं।लाल पत्थर से बने इस किले का आज भी कितना अधिक महत्व है, इसका अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि हर साल 15 अगस्त को स्वतंत्रता दिवस के मौके पर प्रधानमंत्री लाल किले की प्राचीर से ही देश को संबोधित करते हैं। आज ही के दिन यानि 29 अप्रैल 1939 को नेताजी सुभाषचंद्र बोस ने कांग्रेस से इस्तीफा दिया था। आज ही के दिन यानि 29 अप्रैल 1947 को बाबा साहेब ने अस्पृश्यता (छुआछूत) को अपराध करार दिलाया था। अस्पृश्यता का शाब्दिक अर्थ है - न छूना। इसे सामान्य भ...

News update

देखिये मीडिया ये सब नही दिखायेगा, ये पुणे की आज़म कैम्पस मस्जिद है, लॉकडाउन की वजह से मस्जिदों में नमाज़ बंद है। मस्जिद के ज़िम्मेदारों ने स्थानीय प्रशासन की सहायता से #Covid_19 से जंग के लिए मस्जिद को क्वारंटीन सेंटर बना दिया… यही इंसानियत है, यही इस्लाम और यही मुसलमान हैं💐

History in 27 April

. . . . . . . . . इतिहास में 27 अप्रैल . . . . . . . . . . - - - - - - -*-*-*-*-*-*-*-*-*-*-*-*-*- - - - - - - - आज के दिन यानि 27 अप्रैल 1526 को बाबर ने दिल्ली के सुल्तान इब्राहिम लोधी को पानीपत के मैदान में पराजित करके मुगलशाही की शुरुआत की थी। गुरू नानक देव जी ने अपनी बाणी में बाबरबाणी शीर्षक तहत बाबर के हमले का वर्णन किया है। उन्होंने लिखा है : कोई मुगल न होआ अंद्धा किसे ना पर्चा लाया। (गुरु ग्रंथ साहिब,  राग आसा, पन्ना ४१८) मतलब कि जब बाबर हमला करने आ रहा था तो कुछ लोगों को अपनी दैवीय शक्तियों पर भरोसा था और वे कह रहे थे कि हम अपने जंत्र मंत्र से उसे रोक देंगे। उसके रास्ते में ऐसा ताबीज (कागज पर लिखा हुआ) टांग देंगे जिससे बाबर अंद्धा हो जाएगा। लेकिन किसी की भी रूहानी शक्ति ने कोई काम नहीं किया। बाबर मारधाड़ करता हुआ आया और जीत गया। बाबर द्वारा किये गए कत्लेआम के बारे में भी गुरु नानक देव जी ने अपनी बाणी में लिखा है। उन्होंने इसका कारण लिखा है कि यह सब इसलिए हुआ क्योंकि लोग सत्ता के नशे में सदाचार को भूल गए थे और अपनी मस्तियों में गुलतान हो गए थे। तब से लेकर 1857...

In history today

. . . . . . . . . इतिहास में 26 अप्रैल . . . . . . . . . . - - - - - - -*-*-*-*-*-*-*-*-*-*-*-* - - - - - - - - - आज के दिन यानि 26 अप्रैल 1841 को बॉम्बे गैजेट अखबार पहली बार प्रकाशित किया गया था। यह अखबार रेशम के कपड़े पर छपा करता था। कागज पर बाद में छपने लगा था। अब तो कागज से भी आगे जाकर ई-अखबार छपने लगे हैं। समाचार पत्रों के गौरवमयी इतिहास पे यदि थोड़ा गौर किया जाए तो दुनिया का पहला दैनिक समाचार पत्र रोम (इटली) में 59 ईस्वी पूर्व यानि करीब 2100 साल पहले जूलियस सीज़र द्वारा प्रकाशित किया गया था, जिसका नाम उन्होंने ऐक्टा डाईएर्णा (ACTA DIURNA) अर्थात दिन भर की घटनाएं रखा था। उस समय छपाई का कोई साधन न होने के कारण यह समाचार पत्र हाथ से लिखा जाता था। लेकिन यदि प्रिंटिंग प्रेस से छपे पहले समाचार पत्र की बात की जाए तो सन 1605 में प्रकाशित जर्मन अखबार RELATION  का नाम सामने आता है, जिसका सम्पादन जोहान्स कार्लोस किया करते थे। अखबार ने ही बीते वक़्त में सैकड़ों राष्ट्रों में क्रांति की चिंगारी जलाई है। इसलिए बीती सदी के मशहूर शायर अकबर इलाहाबादी ने लिखा है- खीं...

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https://youtu.be/yN19fc9OnIM
ओबीसी के आरक्षण पर पहले से ही क्रीमिलेयर लगा कर उनके पंख काट दिये गए थे। अब एससी और एसटी के आरक्षण के भी पंख काटने की तैयारी हो रही है। सुप्रीम कोर्ट ने इशारा कर दिया है। हमारी भूल ........ कमल का फूल।

In History today

. . . . . . . . . इतिहास में 25 अप्रैल . . . . . . . . . . - - - - - - -*-*-*-*-*-*-*-*-*-*-*-* - - - - - - - - - आज के दिन यानि 25 अप्रैल 1948 को बाबा साहेब अम्बेडकर ने उत्तर प्रदेश के दौरे के समय कानून मंत्री होते हुए भी उन्होंने अपने भाष्ण में कहा था, कांग्रेस एक जलता हुआ घर है। सरकार में मंत्री होते हुए ऐसा बोल देने का हौसला सिर्फ बाबा साहब जैसे नेता ही दिखा सकते हैं। आज ही के दिन यानि 25 अप्रैल 2018 को केंद्रिय जेल जोधपुर में कायम विशेष अदालत ने कथित साधू आसा राम को एक नाबालिग लड़की के साथ बलात्कार के आरोप में ताउम्र कैद की सजा सुनाई थी।                             दर्शन सिंह बाजवा                         संपादक अंबेडकरी दीप