. . . . . . . . . इतिहास में 29 मई . . . . . . . . . .
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आज के दिन यानि 29 मई 1883 को हिंदुत्ववादी नेता और कवि विनायक दामोदर सावरकर का जन्म हुआ था। इनको वीर सावरकर भी कहा जाता है। ये कितने वीर थे इसका अंदाजा इस बात से लगाया जा सकता है कि उन्होंने काला पानी से रिहाई के लिए अंग्रेजों से चौदह बार लिखित में माफी मांगी और ताउम्र उनका वफादार रहने का वायदा किया।
आज ही के दिन यानि 29 मई 1928 को बाबा साहेब अंबेडकर ने साईमन कमिशन को मांग पत्र दिया था। जब गैर दलितों में से सर छोटू राम के सिवाय सारा देश साईमन कमिशन का विरोध कर रहा था तब बाबा साहेब ही थे जिन्होने दूरअंदेशी से काम लेते हुए अपने लोगों की बात रखी और जीत हासिल की। इस के बाद ही लंदन में गोलमेज सम्मेलन हुए और दलितों को पढ़ने लिखने, नौकरी करने और चुनाव लड़ कर संविधान सभायों में जाने के अधिकार मिले।
आज ही के दिन यानि 29 मई 1929 को बाबा साहेब ने जलगांव में एक कान्फ्रेंस को संबोधित किया। उन्होंने कहा कि अछूतों के लिए हिंदू समाज में रहते हुए छूआ छात और सामाजिक नाबराबरी से बच पाना असंभव है। इसलिए जो लोग भी गरीबी, कंगाली, बदहाली और नाबराबरी को सहन करने को तैयार नहीं हैं, वो जो उनका मन करे, कोई भी धर्म तबदील कर लें। हिंदू डाः अम्बेडकर के इस भाष्ण को यूं ही धमकी समझते रहे, लेकिन अछूतों पर इस तकरीर का बहुत ज्यादा प्रभाव पड़ा। जून 1929 के पहले सप्ताह में बारह अछूत महारों ने इस्लाम कुबूल कर लिया। {स्रोत: डाः अम्बेडकर जीवन और मिशन, लेखक लाहौरी राम बाली, पेज 87}
आज ही के दिन यानि 29 मई 1987 को भारत के पांचवें प्रधानमंत्री और किसान नेता चैधरी चरण सिंह का निधन हुआ था। उनके पैरोकारों ने उनका अंतिम संस्कार राजघाट पर करने की जिद की और तीन दिन तक लाश को सम्हाले रखा लेकिन उनको इजाजत नहीं मिली।
आज ही के दिन यानि 29 मई 2003 को बाबा साहब की दूसरी पत्नी सविता अम्बेडकर की मौत हुई थी।
दर्शन सिंह बाजवा
संपादक अंबेडकरी दीप




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